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नीमच। 02 मार्च 2017 को सुबह 8.30 बजे के लगभग ओएसएफ कोचिंग क्लास के लिये रघुनंदन प्रसाद चौराहे से पैदल जा रही थी भारती इस बीच पीछे से आ रहे अज्ञात नम्बर की कार ने उसे टक्कर मार दी थी इस घटना में भारती घायल हो गई थी और उसके पैर की हड्डी फ्रेक्चर हो गई थी सड़क पर पड़ी एक अन्जान लड़की को उधर से गुजरते समाजसेवी पूर्व पार्षद साबिर मसूदी ने जब देखा तो उनसे राहा नहीं गया। और उसे तत्काल ईलाज के लिये जिला चिकित्सालय के लिये लेकर दौड़ पड़े। आश्चर्य की बात तो उस समय ये देखने की थी कि जब दर्द से कराहती घायल भारती बोरासी तड़प रही थी तो वह कुछ लोग विडियो बनाने में लगे हुए थे तो कोई फाटो खींचने मे लगे हुए थे ये बात घायल भारती की सहेली लक्ष्मी परमार ने बया की थी। तब से लेकर आज तक भारती के रक्षासुत्र में बंध गए साबिर मसूदी- भाई-बहन के अटूट प्रेम (पवित्र पाक) का बंधन कहलाता है रक्षाबंधन का पावन पर्व जिसमें कोई ऊंच नीच या कोई भी धर्म विशेष मायना नहीं रखता है। पूर्व पार्षद हाजी साबिर मसूदी की भी कलाई इस बात की साक्षी है कि जिस अन्जान बहन की मदद करने के लिये साबिर मसूदी जो कि हमेशा की तरह एक मानवीय संवेदनाओं से लबरेज और देश प्रेम की भावना जिसके मन में कूट कूट कर भरी है उन्होंने जब मानवता का फर्ज अदा करते हुए भारती की मदद के लिये दौड़े तो आज तक बहन भारती भी अपने दिल से हाजी साबिर मसूदी को सगे भाई से ज्यादा महत्व देते हुए बड़े भाई का दर्जा देकर पहला रक्षासुत्र पारपंरिक रूप से मसूदी की कलाई पर बांधती चली आ रही है। सोमवार को भी मसूदी के घर पहूंची बहन भारती- 19 अगस्त सोमवार को भी अपने परिवार के साथ भारती बोरासी अपने भाई साबिर मसूदी को नहीं भूली और रक्षासुत्र की थाली को सजाकर जिसमें सुन्दर सी राखी और कंकू, चांवल, मिठाई लेकर अपने भाई मसूदी के घर रहीमगंज में शुभ मूर्हत में दोपहर के बाद पहूंची। बहन भारती को देख जहां साबिर मसूदी का परिवार मे उनके पिता मौलाना मकसुद हुसैन तथा हाजी साबिर मसूदी की पत्नि पार्षद रानी मसूदी, बेटी शिफा मसूदी, बेटा साकिब मसूदी खुशी से झुम उठे, वहीं निरन्तर रूप से भाई की कलाई पर राखी बांधने पर आ रही भारती को देख मोहल्ले के रहवासी भी गदगद हो गए और रक्षाबंधन के पाक पवित्र पर्व को लेकर सभी ने दोनो भाई बहन के रिश्ते को लेकर खुशी का इजहार किया। गोरतलब है कि जहां बहन ने रक्षाबंधन पर्व मनाने के लिये अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया और बहन भारती ने मसूदी के कुमकुम का तिलक किया और रक्षासुत्र बांधकर भाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सभी को मेरे धर्म भाई जैसा हाजी साबिर मसूदी जैसा भाई मिले। और कहा कि मैं हमेशा जीवनपर्यन्त तक धर्म के भाई का रिश्ता निभाने का वचन दिया। वहीं हाजी साबिर मसूदी ने भी अपने फर्ज को निभाते हुए कहा कि मै भी इस बात का प्रण लेता हूं कि आज जो बात बहन ने मेरे लिये ने कही है तो बदले मे मेरा भी यह कहना है कि आज मेरे घर जो खुशिया अल्लाह ने दी है वे ये है कि 16 साल बाद मेरे घर मे बेटे के रूप में साकिब मसूदी का जन्म हुआ और मुझे 2017 के बाद वर्ष 2018 में हज पर जाना नसिब हुआ जो कि बहन भारती की दुआवों और बड़े बुजूगों का आशीर्वाद कहा जाये तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। हाजी साबिन मसूदी ने बहन के सिर पर हाथ रख मसूदी ने अपनी बहन को वचन दिया कि मै बहन आपके और परिवार के साथ हर सुख दुख में परिवार के साथ खड़ा रहूंगा और जो एक सगा भाई अपनी बहन को प्यार देता है उससे बढ़कर प्यार में कोई कमी नहीं आने दुंगा। और इस रक्षासुत्र के फर्ज को जब तक जान मे जान है तब तक अपनी बहन भारती की हिफाजत करता रहूंगा। |
नीमच। 02 मार्च 2017 को सुबह 8.30 बजे के लगभग ओएसएफ कोचिंग क्लास के लिये रघुनंदन प्रसाद चौराहे से पैदल जा रही थी भारती इस बीच पीछे से आ रहे अज्ञात नम्बर की कार ने उसे टक्कर मार दी थी इस घटना में भारती घायल हो गई थी और उसके पैर की हड्डी फ्रेक्चर हो गई थी सड़क पर पड़ी एक अन्जान लड़की को उधर से गुजरते समाजसेवी पूर्व पार्षद साबिर मसूदी ने जब देखा तो उनसे राहा नहीं गया। और उसे तत्काल ईलाज के लिये जिला चिकित्सालय के लिये लेकर दौड़ पड़े। आश्चर्य की बात तो उस समय ये देखने की थी कि जब दर्द से कराहती घायल भारती बोरासी तड़प रही थी तो वह कुछ लोग विडियो बनाने में लगे हुए थे तो कोई फाटो खींचने मे लगे हुए थे ये बात घायल भारती की सहेली लक्ष्मी परमार ने बया की थी।
तब से लेकर आज तक भारती के रक्षासुत्र में बंध गए साबिर मसूदी-
भाई-बहन के अटूट प्रेम (पवित्र पाक) का बंधन कहलाता है रक्षाबंधन का पावन पर्व जिसमें कोई ऊंच नीच या कोई भी धर्म विशेष मायना नहीं रखता है। पूर्व पार्षद हाजी साबिर मसूदी की भी कलाई इस बात की साक्षी है कि जिस अन्जान बहन की मदद करने के लिये साबिर मसूदी जो कि हमेशा की तरह एक मानवीय संवेदनाओं से लबरेज और देश प्रेम की भावना जिसके मन में कूट कूट कर भरी है उन्होंने जब मानवता का फर्ज अदा करते हुए भारती की मदद के लिये दौड़े तो आज तक बहन भारती भी अपने दिल से हाजी साबिर मसूदी को सगे भाई से ज्यादा महत्व देते हुए बड़े भाई का दर्जा देकर पहला रक्षासुत्र पारपंरिक रूप से मसूदी की कलाई पर बांधती चली आ रही है।
सोमवार को भी मसूदी के घर पहूंची बहन भारती-
19 अगस्त सोमवार को भी अपने परिवार के साथ भारती बोरासी अपने भाई साबिर मसूदी को नहीं भूली और रक्षासुत्र की थाली को सजाकर जिसमें सुन्दर सी राखी और कंकू, चांवल, मिठाई लेकर अपने भाई मसूदी के घर रहीमगंज में शुभ मूर्हत में दोपहर के बाद पहूंची। बहन भारती को देख जहां साबिर मसूदी का परिवार मे उनके पिता मौलाना मकसुद हुसैन तथा हाजी साबिर मसूदी की पत्नि पार्षद रानी मसूदी, बेटी शिफा मसूदी, बेटा साकिब मसूदी खुशी से झुम उठे, वहीं निरन्तर रूप से भाई की कलाई पर राखी बांधने पर आ रही भारती को देख मोहल्ले के रहवासी भी गदगद हो गए और रक्षाबंधन के पाक पवित्र पर्व को लेकर सभी ने दोनो भाई बहन के रिश्ते को लेकर खुशी का इजहार किया। गोरतलब है कि जहां बहन ने रक्षाबंधन पर्व मनाने के लिये अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया और बहन भारती ने मसूदी के कुमकुम का तिलक किया और रक्षासुत्र बांधकर भाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सभी को मेरे धर्म भाई जैसा हाजी साबिर मसूदी जैसा भाई मिले। और कहा कि मैं हमेशा जीवनपर्यन्त तक धर्म के भाई का रिश्ता निभाने का वचन दिया। वहीं हाजी साबिर मसूदी ने भी अपने फर्ज को निभाते हुए कहा कि मै भी इस बात का प्रण लेता हूं कि आज जो बात बहन ने मेरे लिये ने कही है तो बदले मे मेरा भी यह कहना है कि आज मेरे घर जो खुशिया अल्लाह ने दी है वे ये है कि 16 साल बाद मेरे घर मे बेटे के रूप में साकिब मसूदी का जन्म हुआ और मुझे 2017 के बाद वर्ष 2018 में हज पर जाना नसिब हुआ जो कि बहन भारती की दुआवों और बड़े बुजूगों का आशीर्वाद कहा जाये तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। हाजी साबिन मसूदी ने बहन के सिर पर हाथ रख मसूदी ने अपनी बहन को वचन दिया कि मै बहन आपके और परिवार के साथ हर सुख दुख में परिवार के साथ खड़ा रहूंगा और जो एक सगा भाई अपनी बहन को प्यार देता है उससे बढ़कर प्यार में कोई कमी नहीं आने दुंगा। और इस रक्षासुत्र के फर्ज को जब तक जान मे जान है तब तक अपनी बहन भारती की हिफाजत करता रहूंगा।
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |